Welcome to # JHARHUB

करेला ( Karela) के 15 चमत्कारी (Miraculous) फायदे

करेला ( Karela)

to Read in English Click Here.


करेला ( Karela) के 15 चमत्कारी फायदे

करेला ( Karela) जीवन के लिए परम लाभदायक और औषधीय गुणों से भरा भंडार है । करेला भूख को बढ़ाकर हमारी पाचन शक्ति को स्वस्थ करता है। गर्मी से उत्पन्न शारीरिक विकारों को करेला शीघ्र लाभ पहुंचने में मदद करता है। करेले में फास्फोरस अत्यंत मात्रा में पाया जाता है, जोकि दाँत, मस्तिष्क, हड्डी, ब्लड और अन्य शारीरिक अंगों के लिए जरूरी है और फास्फोरस की पूर्ति करने में मदद करता है ।

अगर हम करेले को कच्चा खाएं तो यह अधिक फायदेमंद होता है । इसमें विटामिन्स और एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं, जो हर किसी के लिए फायदा करती है। करेले बहुत प्रकार में पाए जाते हैं, कुछ हल्के हरे रंग के होते हैं और कुछ बड़े-छोटे होते हैं— दोनों प्रकार के करेले स्वास्थ्य के लिए अत्यंत फायदेमंद होता है।

हम सभी जानते हैं कि करेला एक फल जो स्वाद में बहुत कड़वा होता है। लेकिन कड़वे होने के साथ-साथ इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। जैसे विटामिन्स और एंटीऑक्सीडेंट इत्यादि। अत्यधिक लोग करेले को खाना पसंद नहीं करते उन्हेंकरेले का स्वाद अच्छा नहीं लगता है, लेकिन उन्हें यह नहीं पता की करेला स्वास्थ्य के लिए कितना अत्यधिक लाभकारी है।

करेले का प्रयोग पाक (सब्जी) और औषधि, दोनों रूपों में किया जाता है। करेले में मौजूद प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, मैग्नीशियम, मैंगनीज, फोलेट, विटामिन A, विटामिन C आदि प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं । जितने गुण अकेले करेले में पाए जाते हैं, उतने किसी और सब्जी में नहीं हैं। करेला मुख्य रूप से हरा होता और इसके बाहर के भाग पर दानेदार बूंदें जैसी होती हैं।

कड़वा स्वाद होने के कारण ज्यादातर व्यक्ति इसको खाना पसंद नहीं करते हैं। लेकिन आज के समय में बीमारियाँ इतनी ज्यादा बढ़ती जा रही हैं। इन बीमारियों से बचने के लिए करेला बहुत लाभदायक है, जो स्वास्थ्य को फायदा करती है। करेले का अधिक-से-अधिक फायदा लेने के लिए इसका प्रयोग अचार, सब्जी, जूस के रूप में प्रयोग करना चाहिए। भरवा करेला, प्याज वाला करेला, तला हुआ करेला इत्यादि इससे करेले में मौजूद कड़वापन खत्म हो जाता है।

करेले ( Karela) के चमत्कारी लाभ इस प्रकार हैं-

  • स्वस्थ शरीर के लिए

करेले में एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ विटामिन A, B और C, कैरोटीन, आयरन, जिंक, पोटेशियम, मैग्नीशियम आदि पाए जाते हैं। जिन महत्त्वपूर्ण तत्वों की आवश्यकता मानव शरीर को होती है, वो सभी पोष्टिक तत्व करेले में पाए जाते हैं। करेला हमारे शरीर से जहरीले तत्व को बाहर निकाल देता है और शरीर के रक्त को साफ करता है, साथ ही करेला हमारी त्वचा के लिए भी बहुत लाभकारी होता है । करेला आसानी से मिलने के कारण इसका प्रयोग घरेलू उपचार जैसे पेट की गर्मी और पाचन तंत्र को संतुलित रखने में किया जाता है।

करेले का अधिक-से-अधिक फायदा लेने के लिए इसका प्रयोग अचार, सब्जी, जूस के रूप में प्रयोग करना चाहिए। भरवा, बेसन वाला करेला इत्यादि इससे करेले में मौजूद कड़वापन खत्म हो जाता है।

  • करेले ( Karela), हैजा की कारगर दवा

हैजा बहुत ही खतरनाक बीमारी होती है । यह जिस किसी को । होता है, वह जीवन के अंतिम पड़ाव पर पहुँच जाता है, इसलिए करेले का रस का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है, जो इंसान को स्वस्थ रखने में मदद करता है । करेले का रस प्राकृतिक रूप से लाभदायक होता है, इसके लिए आप सबसे पहले 2-3 चम्मच करेला का रस ले लें, उसके बाद बराबर मात्रा में सफेद प्याज से रस के साथ इसे लें, जब तक स्वस्थ महसूस न करें। करेले के जूस का प्रतिदिन उपयोग करना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है ।

  • करेले ( Karela), आँखों के लिए फायदेमंद

करेले में विटामिन A पाया जाता है, जो की आँखों के लिए फायदेमंद होता है, क्योंकि करेले में बीटा कैरोटीन नामक पदार्थ पाया जाता है, जो हमारी आँखों की रोशनी बढ़ने में काफी मदद करती है, यहाँ तक रतौंधी जैसे रोग को भी ठीक करने में मददगार होती हैं।

  • करेला, गठिया में लाभदायक

जिन लोगों को गठिया की समस्या है या गठिया में जो भी दर्द होता है। इसका सबसे बड़ा कारण हमारी खून में impurities (दोष) का होना है और करेला हमारी रक्त में मौजूद impurities (दोष) को दूर करता है, जिससे रक्त को साफ रखता है।

  • करेला, रोग प्रतिकार शक्ति बढ़ाये

करेला रोग प्रतिकार शक्ति (immunity system) को सही रखने में लाभदायक है, इसके लिए करेले का जूस काफी फायदा करता है। जो हमारे शरीर को रोगों और बीमारी से मुकाबला करने और शरीर को स्वस्थ बनाने में मदद करता है । करेले में मौजूद विटामिन बी 1, बी2, बी3 पाए जाते हैं, स्वास्थ्य के लिए अत्यंत जरूरी है।

  • करेला, पेट के लिए लाभदायक

करेले में प्राकृतिक रूप से अन्थेलमिंटिक यौगिक गुण पाए जाते हैं, जो मानव शरीर की आंत में होने वाले हानिकारक कीड़ों का नाश करते हैं। यह कीड़ों का अंत ही नहीं करता बल्कि उनसे होने वाले इन्फेक्शन से भी शरीर को बचाता है। एक सप्ताह तक रोजाना सुबह खाली पेट आधा कप करेले का जूस का प्रयोग करें। याद रखिये की अधिक मात्रा में प्रयोग न करें इससे उल्टी हो सकती है।

  • करेला, मलेरिया की कारगर दवा

अगर किसी भी व्यक्ति जिसको मलेरिया की शिकायत है या इसके लक्षण दिख रहे हैं तो उसी समय करेले के कुछ पत्तियां लें और उन्हें पानी में तब तक उबालें, जब तक की पानी थोड़ा आधा न हो जाये और इसका काढ़ा तैयार कर लें और इसको चाय की तरह प्रयोग करें, ऐसा करने से मलेरिया के जो भी बैक्टीरिया शरीर में उपस्थित होंगे, वो पूरी तरह नष्ट हो जायेंगे, जिससे आने वाले किसी भी बीमारी से आप का बचाव करेगा। करेला जानलेवा बीमारियों को पैदा होने वाले वायरस को पूरी तरह कमजोर कर देता है, जिसे बैक्टीरिया की संख्या कम हो जाती है।

  • करेला, करे त्वचा रोगों को दूर

करेला त्वचा से सम्बन्धी रोगों को ठीक करती है, इसका सेवन करने से मुँहासे जैसे समस्या नहीं होती, साथ ही पेट साफ करने में बहुत सहायक है। इसके अलावा यह जले हुए त्वचा के लिए भी महत्त्वपूर्ण हैं। जिस प्रकार करेला लाभदायक है, उसी तरह इसकी पत्तियां भी लाभकारी हैं। करेले की पत्तियों को पीस कर इसका लेप बनाकर दाग-धब्बे वाले जगह पर लगाने से वे ठीक हो जाते हैं।

खून में जब वायरस, बैक्टीरिया और फफूंद जैसे सूक्ष्मजीवों के प्रति कमजोर प्रतिरक्षक शक्ति जो कि अनुवांशिकता के कारण हो सकती है, तब शरीर में खुजली और अन्य विकार उत्पन्न होने लगती है । करेला खून में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करता है, जिससे रक्त साफ होता है और शरीर स्वस्थ रहता है। करेले के जूस को चौथाई कप और इतना ही पानी मिलाकर इसमें 10 बूंद लहसुन का रस तथा चार चम्मच सरसों का तेल मिलाकर मालिश करें। साथ ही करेले के रस पीने से रक्त साफ होता है और घमौरियां, फुंसियां आदि समाप्त हो जाते हैं ।

  • करेला, मधुमेह को करे बाय-बाय

करेला मधुमेह के मरीजों के लिए अत्यंत लाभकारी है । करेला शरीर में जो भी मधुमेह (सुगर) लेवल होता है, उसे नियंत्रण रखने में मदद करता है । करेला मधुमेह तथा वजन कम करने में काफी सहायक होती है। इसका प्रयोग कई दवाइयों में भी किया जाता है, जिन लोगों को करेले का स्वाद अच्छा नहीं लगता वे इसे अलग-अलग रूपों में प्रयोग करते हैं जैसे अचार, सब्जी, जूस आदि रूपों में इससे करेले में मौजूद कड़वापन खत्म हो जाता है। कहा जाता है कि करेले का प्रयोग करने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है। जिससे ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रण में रहता है । इसका प्रयोग करने से हार्ट अटैक का खतरा कम रहता है।

  • करेला, जोड़ों के दर्द में राहत

आज के समय में ज्यादातर व्यक्तियों को जोड़ों के दर्द (Joint Pain) की समस्या होती है। इस समस्या को कम करने के लिए एक उपाय है, जो है करेले के पत्ते, सबसे पहले करेले के पत्ते लें, उसको धो लें और पीस लें और फिर उस “लेप को जोड़ों के दर्द वाले भाग पर लगाएं, इससे लाभ मिलेगा। इसके अतरिक्त आप करेले और तिल के तेल को लें और इससे मालिश कर लें, ऐसा करने से दर्द में राहत मिलती है।

  • करेला, सिर दर्द में पहुंचाये राहत

सिर दर्द में भी राहत पहुंचता है करेला, इसके लिए करेले को पीस लें और उसके लेप अपने माथे पर लगाएं थोड़े समय बाद आप को आराम महसूस होगा।

  • करेला करे, मुंहें के छाले समाप्त

यदि आप के मुँह में छाले लगे हैं तो आप को करेले के रस से कुल्ला करना चाहिए, इससे मुँह में हुए छालों को जल्दी से राहत दिलाने में सहायक है।

  • करेला, अस्थमा में दिलाये राहत

अस्थमा वाले लोगों को भी इसका सेवन करना चाहिए, इसके लिए सबसे पहले एक कप करेले का रस लें, उसमें तुलसी का रस डालें और शहद मिला लें और इस रस का प्रयोग करते रहें। इन सबको मिलाकर पीने से अस्थमा रोग ठीक होता है।

  • करेला, पेट के सभी रोगों में दिलाये राहत

पेट के सभी प्रकार के रोगों में भी यह बहुत गुणकारी होता है और लीवर की बीमारी में सहायक होता है । इसलिए हर व्यक्ति को इसका सेवन करते रहना चाहिए, क्योंकि यह हमारे शरीर से 50% बीमारी को ऐसे ही कम कर देता है।

केरेला जूस बनाने की विधि, जो इस प्रकार है-

  • ताजे व स्वस्थ मध्यम आकर के 1-2 करेले को साफ पानी में अच्छे से धो लें, जिससे करेले में मौजूद मिट्टी व गंध साफ हो सके ।
  • करेले को लम्बे भाग से दो हिस्सों में काटकर उसमें मौजूद बीज व सफेद गुद्दा निकाल लें।
  • बचे हुए साफ करेले को पानी के साथ मिक्स करके मिक्सी में ठीक से पीस लें।
  • फिर छलनी से छान कर साफ बर्तन में रखकर ढक लें।
  • स्वाद अनुसार नीबू का रस, शहद, अदरक का रस व काली मिर्च पाउडर मिलाएं।

फिर प्रयोग करें तजा व स्वस्थ करेले का जूस स्वस्थ जीवन के लिए।

करेला दिखने में कड़वा होता है, लेकिन इसके अलग- अलग तरह के फायदे हैं, जो आप कोई कल्पना भी नहीं कर सकते । इसलिए करेले को किसी भी रूप में अपने आहार में शामिल करें, चाहे सब्जी बनाकर या अचार बनाकर, हर तरह से यह आपको फायदा करेगी और बीमारियों की मात्रा को कम करेगी इसके अलावा करेले के रस को आप काली मिर्च व नीबू के साथ भी ले सकते हैं। यह हर तरह से लाभदायक होता है ।

सावधानियाँ

  • करेले का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से गले और सीने में जलन महसूस हो सकती है।
  • हमेशा ध्यान दें कि कम मात्रा में करेले के जूस को लेना शुरू करें, फिर धीरे-धीरे अपने क्षमता अनुसार इसकी मात्रा बढ़ाते जायें। ताकि आपका शरीर इसको पचाने की शक्ति को बढ़ा सके।
  • बच्चों व गर्भवती महिलाओं व दूध पिलाने वाली महिलाओं को करेले का सेवन कम-से-कम मात्रा में करना चाहिए, हो सके, न ही प्रयोग करें ।